Don't change your goal by the negative thinking of others









x


   एक office था जिसमें एक मैडम काम करती थी और उनका स्वभाव ऐसा था कि हर चीज में उन्हें गलती नजर आती थी। उन्हें कितनी भी अच्छी चीज दिखाओ उन्हें उसमें गलती ही दिखती थी। वो सोचती थी कि मैं best हूं, मेरे जैसा कोई नहीं है, मेरे जैसा कोई नहीं सोचता वगैरा वगैरा।उनके साथ जो काम करते थे वो उनमें भी गलती निकालती रहती थी कि ये गलत है, यह सही नहीं है, कोई कितना भी अच्छा काम कर ले वो उसमें गलतियां ही निकालते रहती थी।                                                                              एक बार ऐसा हुआ कि मैडम अपने cabin में बैठी थी उसमें एक खिड़की थी जिसके सामने एक बड़ी सी building थी तो उसमें एक आंटी कपड़े सुखाने आई फिर madam ने अपने बाजू वाले से कहा कि देखो कि वो कितने गंदे कपड़े सुखा रही है, उसे कपड़े धोने आते भी हैं या नहीं। Building भी कितनी गंदी पड़ी है कितना कचरा हो रखा है और बाजू वाले ने ठीक है ठीक है कह कर बात टाल दी। पर अब ये रोज का हो गया वो कपड़े सुखाने आती और madam उसमें गलतियां निकालती रहती।         एक दिन जब आंटी कपड़े सुखाने आई तो वो अपना शो चला रही थी। उसी time उनके boss वहां पर आ गए और सोचने लगे कि ये तो काम ही नहीं कर रही है और फिर उसने उससे कहा कि क्या कर रही हो? उसने कहा कि यह देखो सर देखो वो क्या कर रही है कितने गंदे कपड़े सुखा रही है उसकी बिल्डिंग कितनी गंदी पड़ी है। ऐसे लोगों को मैं बता रही हूं सर कुछ करना नहीं आता। उसके बॉस ने कहा कि वो ऐसा क्यों कर रही है इसका जवाब मैं कल दूंगा। अगले दिन उसी time पर जब वो मैडम अपने cabin में आई और देखा कि आज तो building इतनी साफ है कपड़े भी कितने अच्छे लग रहे हैं। फिर वो दौड़ती हुई अपने बॉस के पास गई और कहने लगी कि आपने तो कहा था कि इस सवाल का जवाब मैं कल दूंगा लेकिन आज तो कोई problem ही नहीं है आज तो सब कुछ साफ है तो बोस ने कहा कि मैंने कुछ नहीं किया मैंने तो बस तुम्हारे cabin के कांच साफ करवा दिए हैं। इससे मैडम को बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई।                                      ऐसा ही आपकी life में भी होता है। जब भी आप कुछ अलग करने जाते हो, अपने आसपास के लोगों से कुछ अलग करने जाते हो तो आपको ऐसे negative सोच वाले लोग मिलेंगे ही मिलेंगे। ऐसा कभी नहीं हो सकता कि आपको हर कोई कहे कि तू जो कर रहा है अच्छा कर रहा है ऐसा हो ही नहीं सकता। 100 में से 90 लोग आपको आगे बढ़ने से रोकेंगे। आप उनकी बातों पर ध्यान मत दो अगर कोई एक भी आपको यह कह रहा है कि तू जो कर रहा है करते रहे तो उसकी बातों पर ध्यान दो।                        ये कहानी मैडम जैसो के लिए नहीं है जो अपना नजरिया सुधारें। यह आंटी जैसे लोगों के लिए है जो दूसरों की घटिया सोच की वजह से अपना लक्ष्य छोड़ देते हैं इसलिए कभी भी दूसरों की सोच से अपना लक्ष्य मत बदलो और आगे बढ़ते रहो।




































































Previous Post
Next Post
Related Posts